मराठा आरक्षण की मांग तेज़ होती जा रही है और अब मराठा नेता मनोज जरांगे ने शिंदे सरकार को शनिवार यानी 27 जनवरी की सुबह 11 बजे तक का समय दिया है। जरांगे ने कहा कि “11 बजे तक आरक्षण का अध्यादेश जारी करें, नहीं तो 12 बजे मुंबई के आजाद मैदान पहुंचकर आंदोलन शुरू कर देंगे।”
20 जनवरी को जरांगे ने जालना से मुंबई तक के लिए पदयात्रा शुरू की थी जो नवी मुंबई के वाशी पहुंच चुकी है। इसके बाद महाराष्ट्र सरकार के कुछ अफसरों ने जरांगे से मुलाकात कर CM एकनाथ शिंदे से फोन पर उनकी बातचीत कराई।
बातचीत के आबाद उन्होंने अपने साथ आए काफिले से कहा कि आरक्षण चाहिए तो लड़ना सीखना होगा, हमें आरक्षण लेकर रहना है। हम अपनी मांगों के लिए मुंबई आए हैं। जरांगे ने कहा कि 54 लाख कुनबी सर्कुलर मिले हैं। अब सरकार सर्टिफिकेट बांटना शुरू करे। सर्कुलरों को ग्राम पंचायत के बाहर लगाया जाए, तभी पता चलेगा कि कुनबी प्रमाण मिला है या नहीं। एक कुनबी सर्टिफिकेट का फायदा 50 से 150 लोगों को होगा। इस तरह 2 करोड़ मराठाओं को लाभ मिलेगा।
जरांगे ने कहा है कि सरकार के मुताबिक 37 लाख लोगों को कुनबी जाति का सर्टिफिकेट दिया गया है। हमने इसकी जानकारी मांगी है। शिंदे सरकार ने सर्कुलर ढूंढने के लिए समय मांगा है। हालांकि इसके साथ ही जरांगे ने ये भी कहा कि सर्कुलर खोजने में हमें भी सरकार का सहयोग करना होगा। हमारी सभी मांगे एक साथ पूरी नहीं हो सकतीं, इसलिए एक-एक करके सभी मांगों को मनवाएंगे। मनोज ने लोगों से कहा कि एक सर्कुलर मिलने पर सभी सगे-संबंधियों को दिया जाए। इसके लिए सरकार अध्यादेश जारी करे। जरांगे ने सरकार से एक और मांग रखते हुए कहा कि उनके लोगों के खिलाफ दर्ज सभी मामले वापस लिए जाए.
मनोज ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अध्यादेश मिलने के बाद ही मैं और मेरे साथ आए मराठा वापस जाएंगे। सरकार शनिवार 12 बजे तक इसे जारी करे। आज मुंबई नहीं जा रहा हूं। अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया तो ये काफिला आजाद मैदान के लिए बढ़ेगा और फिर हम पीछे नहीं हटेंगे। मेरा अनशन जारी रहेगा। देखना होगा सरकार जरांगे की चेतावनी को गंभीरता से लेगी या नहीं।