लोकसभा चुनाव 2024 सिर पर है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों में ही सीट शेयरिंग पर बातचीत ज़ोरो पर है. खासकर विपक्ष में सीटों के बंटवारे पर पेंच फंसा हुआ है. इसी को लेकर महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी की बैठक होगी। यह बैठक मुंबई के ट्राइडेंट होटल में बुलाई गई है, जिसमें महाविकास आघाडी के तीनों दल कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव) और राकांपा (शरद) शामिल होंगे।
बैठक में शिवसेना UBT से संजय राउत, कांग्रेस से नाना पटोले, बाला साहेब थोरात, अशोक चव्हाण और NCP शरद पवार ग्रुप से सुप्रिया सुले, जितेंद्र आव्हाड मौजूद रहने की संभावना है, लेकिन खास बात ये है कि ऐसा पहली बार है जब इस बैठक के लिए वंचित बहुजन आघाडी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर को नहीं बुलाया गया है।
महाविकास अघाड़ी की इस बैठक पर सभी की निगाहें इसलिए टिकी हुई हैं क्योंकि अभी हाल ही में तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने विपक्षी गठबंधन इंडिया को करारा झटका दिया है. इसके ठीक बाद आदित्य ठाकरे के बयान ने राजनीति का पारा गरमा दिया। उन्होंने कहा था कि “वह शेरनी की तरह लड़ रही हैं और उनकी लड़ाई पश्चिम बंगाल के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।’’ इसके बाद से अटकलें हैं कि महाराष्ट्र में भी गठबंधन कमज़ोर पड़ रहा है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि महाविकास अघाड़ी में 48 में से 30 सीटों पर सहमति बन चुकी है। 18 सीटों पर सस्पेंस बरकरार है, लेकिन इस मीटिंग में इन सीटों पर भी सहमति बनने के आसार है।
राजनीति के जानकार दावा कर रहे हैं कि महाविकास अघाडी में शामिल कांग्रेस एक भी सीट छोड़ने को तैयार नहीं है। जबकि शिवसेना UBT अपने कोटे से 2 सीट छोड़ने को तैयार है। ये ही नहीं NCP पवार गुट अपने कोटे से एक सीट राजू शेट्टी की पार्टी के लिए छोड़ने को तैयार है. यानी यहां भी पेंच कांग्रेस की वजह से फंस रहा है. अब अगर मुंबई की बैठक में 18 सीटों पर फैसला नहीं हुआ तो फिर सीटों का बंटवारा दिल्ली में होगा। देखना होगा कि सहमति बन पाती है या नहीं।