लद्दाख में बुधवार, 30 जुलाई को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब सेना का एक वाहन अचानक पहाड़ से गिरी भारी चट्टान की चपेट में आ गया। वाहन में सवार पांच जवानों में से दो लेफ्टिनेंट कर्नल भानु प्रताप सिंह मनकोटिया और नायक दलजीत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब सभी जवान नियमित सैन्य प्रशिक्षण के तहत फायरिंग रेंज की ओर जा रहे थे।
यह घटना लद्दाख के दुर्बुक-चोंगताश सड़क मार्ग पर सुबह के समय हुई। सेना का यह वाहन पहाड़ी इलाके से गुजर रहा था, जहां अक्सर भूस्खलन और चट्टानों के गिरने की घटनाएं होती रहती हैं। इसी दौरान अचानक एक बड़ी चट्टान टूटकर वाहन पर गिर पड़ी, जिससे वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
गंभीर रूप से घायल हुए तीन अन्य जवानों में मेजर मयंक शुभम, मेजर अमित दीक्षित और कैप्टन गौरव शामिल हैं। उन्हें तुरंत लेह स्थित सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। चट्टान के नीचे दबे वाहन को निकालने और घायलों को सुरक्षित बाहर निकालने में बचाव दल को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
घटना की जानकारी मिलते ही सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। सेना ने दोनों शहीदों को श्रद्धांजलि दी और उनके अदम्य साहस एवं योगदान को याद किया।
शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल भानु प्रताप सिंह मनकोटिया हिमाचल प्रदेश के निवासी थे। वे अपने पीछे माता-पिता, पत्नी और दो छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं। उनके परिवार पर यह दुःखद समाचार वज्रपात की तरह टूटा है। वहीं, नायक दलजीत सिंह पंजाब के गुरदासपुर जिले से थे और परिवार के इकलौते बेटे थे। उनके शहीद होने की खबर से पूरा परिवार गहरे शोक में डूब गया है।
सेना की ओर से शहीदों को अंतिम सलामी दी गई, और अधिकारियों ने उनके परिवारों को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिलाया है। सेना द्वारा इस हादसे की जांच शुरू कर दी गई है।