पिछले कुछ महीनों से देशभर में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां बिल्कुल सामान्य दिखने वाले लोग खासकर युवा अचानक हार्ट अटैक से मौत के शिकार हो रहे हैं। कुछ घटनाएं जिम में, कुछ शादी-ब्याह जैसे आयोजनों में हुईं, जिससे लोग डर और भ्रम में आ गए।
सोशल मीडिया पर ये सवाल तेजी से फैलने लगे कि क्या कोविड-19 वैक्सीन इसके पीछे की वजह हो सकती है? लोगों के मन में शंका थी कि कहीं टीका लगवाने से तो दिल की बीमारियां नहीं हो रहीं?
इन शंकाओं का जवाब अब भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने अपने ताजा अध्ययन में दिया है। ICMR ने साफ कहा है कि कोविड वैक्सीन और अचानक हो रही मौतों के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है। बल्कि कुछ और कारण हैं जिनकी वजह से ये घटनाएं हो रही हैं।
क्या कहती है ICMR की स्टडी?
ICMR और AIIMS ने मिलकर 18 से 45 साल की उम्र के लोगों पर एक अध्ययन किया। इसमें दो तरह के लोग शामिल थे। अचानक मरने वाले लोग (729 केस) और सामान्य, स्वस्थ लोग (2,916 लोग)।
रिपोर्ट में बताया गया कि जिन लोगों ने कोविड वैक्सीन की दो डोज़ ली थी, उनमें अचानक मौत का खतरा कम था।
इसका मतलब यह है कि अचानक हो रही मौत और कोविड वैक्सीन का कोई लिंक नहीं है। बल्कि वैक्सीन से कोई नुकसान नहीं है, बल्कि फायदा है।
अचानक मौत की वजहें क्या हो सकती हैं?
ICMR ने बताया कि हार्ट अटैक या अचानक मौत की और भी कई वजहें हो सकती है। जिनमें असंतुलित जीवनशैली, नशा, पहले कभी कोरोना की गंभीर बीमारी होना, परिवार में पहले से किसी की अचानक मौत का इतिहास या पोस्ट-कोविड कॉम्प्लिकेशन भी हो सकता है। इन सबका शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है।
डॉक्टरों का क्या कहना है?
ICMR के डॉक्टरों ने कहा कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की मौतें ज़रूर हुई हैं, लेकिन वो वैक्सीन की वजह से नहीं, बल्कि अन्य कई वजह है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी साफ किया है कि अचानक होने वाली मौतों का कारण कोविड वैक्सिन बताकर भ्रामक और झूठी जानकारी फैलायी गयी है। इसपर भरोसा ना करें। वैक्सीन से डरने की जरूरत नहीं है। वैक्सिन सेफ है और इससे आपकी हेल्थ पर कोई साइड इफेक्ट नहीं है।