Homeराज्यबीजेपी विधायक ने की हिजाब के ख़िलाफ़ टिप्पणी, छात्राओं ने खोला मोर्चा

बीजेपी विधायक ने की हिजाब के ख़िलाफ़ टिप्पणी, छात्राओं ने खोला मोर्चा

बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ मुस्लिम छात्राओं ने मोर्चा खोल दिया। छत्राओं ने कहा कि स्कूल में हिन्दू -मुस्लिम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।
जयपुर की हवा महल सीट से जीत कर पहली बार विधायक बने बालमुकुंद आचार्य अक्सर विवादों में घिरे रहते हैं. कभी अधिकारी को धमाकते हैं तो कभी मुस्लिम समुदाय को. लेकिन इस बार हिजाब को लेकर उनकी टिप्पणी उनके लिए मुसीबत बन गई.

बता दें कि गंगापोल गर्ल्स स्कूल की छात्राएं सुभाष चौक थाने पर पहुंची। बालमुकुंद के खिलाफ नारेबाज़ी और प्रदर्शन शुरू कर दिया। जब छात्राओं से कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि विधायक बालमुकुंद आचार्य को स्कूल के एनुअल फंक्शन में बुलाया गया था. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने हमारे हिजाब को लेकर बातें कीं। यह हमें मंजूर नहीं है। शिक्षा के मंदिर में हिंदू-मुसलमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। छात्राओं के साथ-साथ उनके परिजन भी बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे। कार्रवाई की मांग करने लगे। इस दौरान छात्राएं सुभाष चौक सर्किल के चारों तरफ सड़क पर बैठ गई थीं।

सरकारी स्कूल की छात्राओं ने सुभाष चौक थाने को घेर लिया सड़क को जाम कर दिया। प्रदर्शन के दौरान छात्राओं ने बताया कि बालमुकुंद ने जानबूझकर नारे लगवाए। ये ही नहीं उन्होंने कहा कि हिजाब को स्कूल में अलाऊ नहीं करेंगे। यह गलत है। इसी पर छात्राएं भड़क उठीं और बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। छात्राओं के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस अलर्ट हो गई. छात्राओं की तरफ से लिखित शिकायत सुभाष चौक थाने में दी गई है। जिस पर कार्रवाई को लेकर प्रशासन को दो दिन का समय दिया गया है।

विवाद बढ़ा तो बालमुकुंद की तरफ से तुरंत सफाई आ गई है. बालमुकुंद ने सफाई देते हुए कहा कि स्कूलों का एक ड्रेस कोड होता है। मेरे भाषण को देखा जा सकता है। मैंने स्कूल में बच्चियों को कुछ नहीं कहा। मैंने केवल स्कूल प्रिंसिपल से पूछा था कि क्या स्कूल में दो तरह का ड्रेस कोड है। जब गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम हो, वार्षिकोत्सव हो। क्या दो तरह की ड्रेस का प्रावधान है? उन्होंने कहा कि नहीं ऐसा नहीं है। यह मानते ही नहीं है। मुझे स्कूल में दो तरह का माहौल नजर आया। एक हिजाब के साथ दूसरा बिना हिजाब के। ऐसे में हमारे भी बच्चे कल को लहंगा-चुन्नी पहनकर आएंगे, कलरफुल ड्रेस पहनकर आएंगे। जब स्कूल का ड्रेस कोड तय है, बच्चियों को इसमें आपत्ति भी नहीं है। केवल उन्हें गाइड करने की जरूरत है।

अब शिकायत तो हो गई है और कार्रवाई के लिए दो दिन का समय दिया गया है। ये तो आने वाला समय बतएगा कि बालमुकुंद के खिलाफ एक्शन होगा या नहीं।

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