उतर प्रदेश एसटीएफ की नोएडा इकाई 22 जुलाई मंगलवार को से एक शख्स को फर्जी दूतावास चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अभियुक्त हर्षवर्धन जैन खुद को “वेस्ट आर्कटिका”, “सबोरगा”, “पूल्विया” और “लोडोनिया” जैसे अस्तित्वहीन देशों का राजदूत बताता था।
एसटीएफ द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार ग़ाजियाबाद के कवि नगर इलाके में इस शख्स ने किराए का मकान लिया था और इसी मकान से यह फ़र्जी दूतावास संचालित कर रहा था। इस दूतावास की आड़ में वह विदेश में नौकरी दिलाने, वीजा, पासपोर्ट, नागरिकता और हवाला रैकेट के नाम पर लोगों के साथ ठगी कर रहा था।जांच में पाया गया कि जैन के पास शेल कंपनियां थीं, जिनके जरिए अवैध धन का लेनदेन किया जा रहा था।
अभियुक्त के कब्जे से चार लग्ज़री गाड़ियों पर डिप्लोमैटिक नंबर प्लेटें मिलीं, साथ ही 12 काल्पनिक देशों के नाम वाले पासपोर्ट बरामद हुए। इसके अलावा 18 फर्ज़ी नंबर प्लेटें, विदेश मंत्रालय की नकली मुहरों वाले दस्तावेज, ₹44 लाख नकद, विदेशी मुद्रा, और 34 फर्जी “सरकारी” स्टैम्प, दो प्रेस कार्ड और नकली पैन कार्ड और कई कंपनियों से जुड़े दस्तावेज़ भी एसटीएफ ने जब्त किए हैं।
STF के अनुसार जैन को साल 2011 में भी गिरफ्तार किया था। तब अभियुक्त के पास से ग़ैरकानूनी सैटेलाइट फोन पकड़ा था और थाना कविनगर में इसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
अब गाज़ियाबाद पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज किया है। अभियुक्त पर फर्ज़ी दस्तावेज रखने और बनाने, अवैध गतिविधियां में शामिल होने और धोखाधड़ी व हवाला के आरोपों में कानूनी कार्रवाई की जा रही है। STF अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस साजिश में और कौन-कौन शामिल था और कितने लोग ठगी के शिकार हुए है।