ओडिशा के बलासोर जिले के फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज में शनिवार को बीएड की एक छात्रा ने कॉलेज कैंपस में खुद को आग लगा ली। बताया जा रहा है कि छात्रा विभागाध्यक्ष द्वारा लगातार यौन उत्पीड़न से परेशान थी। छात्रा को बचाने की कोशिश में एक अन्य छात्र भी घायल हुआ। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन छात्रा की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है।
HOD पर यौन उत्पीड़न के आरोप
पीड़ित छात्रा ने बीएड विभाग के एचओडी समीर कुमार साहू पर शारीरिक और मानसिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए थे। छात्रा का कहना था कि साहू उसे मानसिक तौर पर प्रताड़ित कर रहे थे और मना करने पर उसकी पढ़ाई और भविष्य बर्बाद करने की धमकी दे रहे थे। कॉलेज की अन्य छात्राओं द्वारा भी साहू के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी।
शिकायतें दर्ज, पर कोई कार्रवाई नहीं
छात्रा ने 30 जून को कॉलेज की आंतरिक शिकायत समिति (ICC) में और 1 जुलाई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन कॉलेज प्रशासन और पुलिस, दोनों ने ही समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया। जानकारी के अनुसार, छात्रा ने एचओडी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कॉलेज में एक हफ्ते तक धरना भी दिया, परंतु उसकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
ICC रिपोर्ट ने नहीं दी राहत
छात्रा ने लगातार अपील की, लेकिन ICC ने 9 जुलाई को जो रिपोर्ट सौंपी, उसमें यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कोई ठोस सिफारिश नहीं की गई। इससे हताश होकर शनिवार को छात्रा ने कॉलेज कैंपस में प्रिंसिपल के दफ्तर के बाहर खुद को आग लगा ली।
प्रशासन की कार्रवाई
घटना के बाद राज्य सरकार ने कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप घोष और आरोपी विभागाध्यक्ष समीर कुमार साहू को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने साहू को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
जांच के आदेश
प्रशासन ने बताया कि मामले की जांच के लिए विशेष टीम बनाई गई है और ICC की कार्यप्रणाली की भी जांच की जाएगी। वहीं, राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने कहा कि कॉलेज प्रशासन की लापरवाही की जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों और शिक्षाविदों की समिति गठित की गई है।